HTTP क्या है और यह कैसे काम करता है?

HTTP (Hypertext Transfer Protocol) एक संचार प्रोटोकॉल है जो वेब सर्वर और वेब क्लाइंट (जैसे वेब ब्राउज़र) के बीच डेटा को भेजने और प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। HTTP इंटरनेट पर अधिकतर वेब पेजों के लिए इस्तेमाल होता है। यह अनुरोध और प्रतिक्रियाओं के बीच एक दृश्य (web page) को लोड करने के लिए एक खुला प्रोटोकॉल है। HTTP इंटरनेट पर सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाले प्रोटोकॉल में से एक है।

HTTP क्या है ?

HTTP का हिंदी में मतलब होता है "हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल"। HTTP एक प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट के जरिए वेब साइटों के लिए डेटा को ट्रांसफर करने का तरीका होता है। HTTP का उपयोग करके, उपयोगकर्ता वेब ब्राउज़र के माध्यम से वेब साइटों से संचार कर सकते हैं, जैसे कि वेब पेजों को लोड करना, फ़ाइल अपलोड करना, और ऑनलाइन फ़ॉर्म भरना।

HTTP क्या है और यह कैसे काम करता है?


HTTP का प्रयोग वेब साइटों को संचार करने के लिए किया जाता है जो विभिन्न संसाधनों को जैसे वेब पेज, फ़ाइल, छवि, वीडियो, ऑडियो आदि को देखने और संचालित करने के लिए उपलब्ध होते हैं। HTTP संदेश अनुरोध और प्रतिक्रिया के रूप में ढांचित होते हैं और वेब सर्वर और वेब ब्राउज़र के बीच जाते हैं।

HTTP का उपयोग अधिकतर वेब साइटों में किया जाता है जहां वेब सर्वर से संचार या डाउनलोड की जाने वाली संभावनाएं होती हैं। HTTP संदेश अनुरोध (HTTP request) और HTTP प्रतिक्रिया (HTTP response) शामिल होते हैं। HTTP संदेश अनुरोध में वेब ब्राउज़र से संबंधित संसाधनों के लिए जानकारी भेजी जाती है और HTTP प्रतिक्रिया में सर्वर से उत्तर में संबंधित संसाधन की जानकारी शामिल होती है।

HTTP का उपयोग बड़ी संख्या में वेब ऐप्लिकेशन, ईमेल, मोबाइल ऐप्स आदि में भी किया जाता है। HTTP के स्थायी संबंध (persistent connection) भी हैं जिनका उपयोग संदेश विनिमय के समय कम समय लेता है और साइटों को तेज और स्थ

कैसे HTTP काम करता है?

HTTP काम करने के तरीके को निम्न चरणों में वर्णित किया जा सकता है:

संदेश अनुरोध (HTTP Request): जब आप वेब ब्राउज़र में एक वेबसाइट का URL दर्ज करते हैं, तो वह एक HTTP संदेश अनुरोध वेब सर्वर को भेजता है। संदेश अनुरोध में वेब सर्वर से जुड़े संदर्भ की जानकारी शामिल होती है जैसे - वेबसाइट का URL, वेब साइट से संबंधित संसाधन, संसाधन का प्रकार, संसाधन की भाषा आदि।

संदेश प्रतिक्रिया (HTTP Response): वेब सर्वर HTTP संदेश अनुरोध के बाद एक HTTP संदेश प्रतिक्रिया भेजता है। संदेश प्रतिक्रिया में आपके संदर्भ के लिए संसाधन की जानकारी शामिल होती है जैसे - संसाधन का प्रकार, संसाधन का आकार, संसाधन की भाषा, संसाधन का स्थान आदि।

कनेक्शन बंद करना (Connection close): संदेश प्रतिक्रिया के बाद, वेब सर्वर कनेक्शन बंद कर सकता है।

HTTP काम करने के तरीके में कुछ और महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं जैसे - पुनर्निर्देशित करना (Redirect), स्थायी कनेक्शन (Persistent Connection), कैशिंग (Caching), सिक्योर कनेक्शन (Secure Connection) आदि।

HTTP को लागू करने के लिए दो उपकरणों की आवश्यकता होती हैं: वेब क्लाइंट (Web Client) और वेब सर्वर (Web Server)।

जब आप वेब ब्राउज़र में एक वेबसाइट का URL दर्ज करते हैं, तो वह एक HTTP संदेश अनुरोध वेब सर्वर को भेजता है। वेब सर्वर संदेश अनुरोध प्राप्त करते ही, संदेश के अनुसार संसाधन का चयन करते हैं जो संसाधन संबंधित संदर्भ से संबंधित होता है।

जब संसाधन का चयन किया जाता है, तो वेब सर्वर संदेश प्रतिक्रिया वेब क्लाइंट को भेजता है। यह संदेश प्रतिक्रिया वेब साइट से संबंधित संसाधन की जानकारी शामिल होती है जैसे संसाधन का प्रकार, संसाधन का आकार, संसाधन की भाषा, संसाधन का स्थान आदि।

HTTP का उपयोग वेब साइट से संबंधित विभिन्न संसाधनों जैसे HTML फाइल, छवि, वीडियो आदि को अनुरोध करने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, HTTP सुरक्षित कनेक्शन के रूप में भी उपयोग किया जाता है, जो अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।

HTTP का उपयोग आजकल इंटरनेट पर अधिकांश सामग्री को लोड करने के लिए किया जाता है। इसे उपयोग करके आप विभिन्न सामग्रियों जैसे वेब पेज, वीडियो, छवि, और अन्य संसाधनों को डाउनलोड कर सकते हैं।

जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो वह आपके ब्राउज़र में लोड होती है। जब आप कोई वेबसाइट ओपन करते हैं, तो आपके ब्राउज़र वेबसाइट के लिए HTTP संदेश भेजता है। संदेश के माध्यम से, वेबसाइट सर्वर आपके ब्राउज़र को संबंधित सामग्री भेजता है।

HTTP के अंतर्गत वेब ब्राउज़र एवं वेब सर्वर के बीच दो तरह के संदेश बनाये जाते हैं। पहला संदेश HTTP अनुरोध होता है, जो वेब सर्वर को सामग्री प्रदान करने के लिए कहता है। दूसरा संदेश, HTTP प्रतिक्रिया होता है, जो सामग्री को वेब सर्वर से वेब ब्राउज़र तक ले जाता है।

HTTP संदेशों के साथ-साथ, आप HTTPS (HTTP Secure) का भी उपयोग कर सकते हैं जो कि सुरक्षित संदेशों को भेजने एवं प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता

HTTP का उपयोग करने के लाभ?

HTTP का उपयोग करने के कई फायदे हैं। वे इस प्रकार हैं:

  1. सरलता: HTTP सरल होता है जो इसके उपयोग को अधिक सुविधाजनक बनाता है। इसे समझना भी आसान होता है जो नए यूज़र्स के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।
  2. संवेदनशीलता: HTTP की संवेदनशीलता एक और फायदा है। इसके माध्यम से, आप विभिन्न प्रकार के संसाधनों को डाउनलोड कर सकते हैं जैसे वेब पेज, वीडियो, छवि और अन्य संसाधन।
  3. खुलेपन: HTTP का उपयोग करने से वेब डेवलपर्स को अधिक खुलेपन का फायदा मिलता है। वे अपनी वेबसाइट पर अन्य संसाधनों को भी संचालित कर सकते हैं जैसे कि डेटाबेस आदि।
  4. सुरक्षितता: HTTP संदेशों के साथ-साथ, आप HTTPS (HTTP Secure) का भी उपयोग कर सकते हैं जो कि सुरक्षित संदेशों को भेजने एवं प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  5. स्कैलेबिलिटी: HTTP एक स्कैलेबल और फ्लेक्सिबल प्रोटोकॉल है। इसका मतलब है कि यह बढ़ती हुई ट्रैफिक को संभालने में सक्षम होता है।
  6. व्यवस्थित प्रणाली: HTTP एक व्यवस्थित प्रणाली होता है जो विभिन्न उपयोगकर्ताओं को एक ही वेबसाइट या संसाधन के लिए आमंत्रित करता है। यह संभव होता है चूंकि HTTP एक खुली प्रोटोकॉल होता है जो कि विभिन्न उपकरणों और विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच कम्युनिकेशन को संभव बनाता है।
  7. क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म समर्थन(Support): HTTP एक क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म समर्थित प्रोटोकॉल होता है। इसका मतलब है कि यह किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस या ब्राउज़र पर काम करता है और यह अन्य प्रोटोकॉलों की तुलना में बहुत अधिक उपयोगी होता है।
  8. प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य: HTTP एक प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य वाला प्रोटोकॉल होता है जो वेबसाइट डेवलपमेंट के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। यह एक स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल होने के कारण, इसका उपयोग समस्त वेब साइटों और संसाधनों पर बढ़ते हुए ट्रैफ़िक के लिए बना रहता है।

HTTP के कुछ  सीमाएं?

HTTP के कुछ महत्वपूर्ण सीमाएं निम्नलिखित हैं:

  1. सुरक्षा की कमी: HTTP एक अणसुरक्षित प्रोटोकॉल होता है। यह डेटा को एन्क्रिप्ट नहीं करता है, जो अन्य लोगों को इस्तेमाल करने के लिए आसान बनाता है।
  2. कुछ सामग्री संचार में निजता: HTTP द्वारा संचारित डेटा ओपन सोर्स होता है, जो उपयोगकर्ताओं की निजता तथा सुरक्षा की कमी जैसी समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है।
  3. अस्थिरता: HTTP की एक अहम समस्या यह है कि यह अस्थिर होता है। यह अर्थात कुछ समय के बाद, संचार की बाधा उत्पन्न हो सकती है और विभिन्न त्रुटियों का अनुभव हो सकता है।
  4. कम गुणवत्ता वाले संचार प्रोटोकॉल के लिए अधिक उपयुक्त: HTTP एक छोटे संचार संचार प्रोटोकॉल है और इससे बड़ी फ़ाइलों और अन्य बड़े संचारों के लिए अधिक उपयुक्त प्रोटोकॉल उपलब्ध होते हैं।
  5. संचार के लिए असमर्थ: HTTP सिस्टम किसी भी ब्राउज़र द्वारा नहीं समर्थित होता है तथा संचार की विशेषताएं सीमित ह
  6. कुछ समय में असुरक्षित: HTTP अपनी जानकारी के लिए कोई भी अग्रेषित सुरक्षा नहीं प्रदान करता है, जो इसे आक्रमणकारी के लिए असुरक्षित बनाता है।
  7. डेटा की सीमित स्थान: HTTP के अनुसार, एक ही समय में एक ही सर्वर से एक ही संदेश की अनुमति होती है, जो इसे सीमित डेटा के लिए अधिक उपयुक्त बनाता है।
  8. क्रियाएं सीमित: HTTP से संबंधित संचार में केवल सीधे पढ़ने या डेटा डाउनलोड करने की क्रिया ही संभव होती है। इससे संचार की अन्य क्रियाएं जैसे कि फ़ाइल अपलोड करना इत्यादि संभव नहीं होती हैं।
  9. कैशिंग की कमी: HTTP डेटा कैशिंग के लिए समर्थ नहीं होता है, जो इसे अनुकूलता और संचार की गति कम कर सकता है।

इसलिए, HTTP अनुकूलता के मामले में असमर्थ हो सकता है तथा सुरक्षित और सुरक्षित डेटा के लिए अधिक विकसित संचार प्रोटोकॉलों का उपयोग किया जाना चाहिए।

HTTPs क्या है ?

HTTPS का पूर्ण रूप है "Hyper Text Transfer Protocol Secure"। HTTPS एक सुरक्षित संचार प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट पर सुरक्षित और गोपनीय डेटा संचार को संभव बनाता है।

HTTPS और HTTP के बीच विशेष अंतर होता है। HTTP साइटों के लिए डेटा ट्रांसफर के लिए एक असुरक्षित संचार प्रोटोकॉल होता है जो जानकारी को एक से अधिक उपयोगकर्ताओं तक भेजता है। दूसरी ओर, HTTPS सुरक्षित होता है और एक सुरक्षित संचार प्रोटोकॉल के रूप में काम करता है। HTTPS एक प्रमाणीकृत संचार प्रोटोकॉल भी होता है जो डेटा संचार के दौरान इसकी सुरक्षा बढ़ाता है।

HTTPS का उपयोग अपने विशेष विशेषताओं के कारण बढ़ रहा है। एक HTTPS संरचना साइट ब्राउज़र और सर्वर के बीच संरचित होती है जो सुरक्षित होती है। इसमें SSL (Secure Sockets Layer) तकनीक का उपयोग किया जाता है जो इसे सुरक्षित बनाता है। इस प्रोटोकॉल के उपयोग से डेटा एक संक्षिप्त फ़ॉर्म में ट्रांसफर होता है, जिससे उपयोगकर्ता की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

निष्कर्ष

HTTP एक असुरक्षित संचार प्रोटोकॉल होता है जो इंटरनेट पर डेटा को अनेक उपयोगकर्ताओं तक भेजता है। वहीं, HTTPS सुरक्षित होता है और एक सुरक्षित संचार प्रोटोकॉल के रूप में काम करता है। HTTPS एक प्रमाणीकृत संचार प्रोटोकॉल भी होता है जो इसकी सुरक्षा बढ़ाता है। HTTPS इसकी सुरक्षा के कारण ऑनलाइन वित्तीय संचार, ऑनलाइन बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग और इससे जुड़े अन्य ऑनलाइन लेन-देन कार्यों के लिए अधिक उपयोग में आता है। 

FAQs

1. http  full form  क्या है ?

http का full form होता है "हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल"

2. Http और https में क्या अंतर है?

HTTP का हिंदी में मतलब होता है "हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल"। HTTP एक प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट के जरिए वेब साइटों के लिए डेटा को ट्रांसफर करने का तरीका होता है। 

HTTPS का पूर्ण रूप है "Hyper Text Transfer Protocol Secure"। HTTPS एक सुरक्षित संचार प्रोटोकॉल है जो इंटरनेट पर सुरक्षित और गोपनीय डेटा संचार को संभव बनाता है।

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